सुप्रीम कोर्ट से अपील- संसद का इनॉगरेशन राष्ट्रपति करें: 20 दल समारोह के विरोध में; दो और चीता शावकों की मौत

India
Quiz banner

  • Hindi News
  • National
  • Dainik Bhaskar News Headlines; Satyendar Jain Tihar Jail Kuno Cheetah Death | XBB Variant

10 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

नमस्कार,

कल की बड़ी खबर लोकतंत्र के मंदिर को लेकर चल रही राजनीति से जुड़ी रही। राष्ट्रपति से नई संसद का उद्घाटन करवाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। वहीं, नामीबिया से लाए गए चीतों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हम आपको बताएंगे कि अब कितने चीते बचे हैं…।

लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर…

  1. ज्ञानवापी परिसर का सर्वे कराने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट आज सुनवाई करेगा। वाराणसी की अदालत ने परिसर का ASI से सर्वे कराने का आदेश दिया था। इसके बाद सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने सर्वे पर रोक लगाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
  2. TMC नेता अभिषेक बनर्जी की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा। दरअसल, शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने CBI और ED को अभिषेक से पूछताछ करने की मंजूरी दी थी। इसके बाद हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था।

अब कल की बड़ी खबरें…

1. सुप्रीम कोर्ट पहुंचा नए संसद भवन का मामला, राष्ट्रपति से उद्घाटन कराने की मांग

यह तस्वीरें नए संसद भवन की हैं। PM मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को संसद भवन की नई बिल्डिंग का भूमिपूजन किया था।

यह तस्वीरें नए संसद भवन की हैं। PM मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को संसद भवन की नई बिल्डिंग का भूमिपूजन किया था।

नई संसद के उद्घाटन का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। जनहित याचिका दायर कर राष्ट्रपति से इसका उद्घाटन कराने की मांग की गई है। याचिका दायर करने वाली एडवोकेट जया सुकिन ने कहा कि लोकसभा सचिवालय ने राष्ट्रपति को इनॉगरेशन में न बुलाकार संविधान का उल्लंघन किया है। इस मामले में आज सुनवाई होगी।

वहीं, देश की 40 में से 20 विपक्षी पार्टियां उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगी। विपक्षी दलों का कहना है कि नए संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति मुर्मू के हाथों होना चाहिए, न कि प्रधानमंत्री मोदी के हाथों। हालांकि, 17 पार्टियों ने सरकार के न्योते को स्वीकार कर लिया है।

पूरी खबर यहां पढ़ें…

2. तीन देशों की यात्रा कर लौटे PM, कहा- लोकतंत्र की मजबूती के लिए ऑस्ट्रेलिया को देखें

तीन देशों की यात्रा के बाद PM मोदी दिल्ली लौटे। पालम एयरपोर्ट पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनका स्वागत किया। इस दौरान PM ने कहा कि लोकतंत्र की आत्मा क्या होती है, लोकतंत्र का सामर्थ्य क्या है, यह ऑस्ट्रेलिया में हुए भारतीय इवेंट को देखकर समझा जा सकता है।

PM ने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के बीच जो समारोह हुआ, उसमें वहां के PM, पूर्व PM, सत्ता पक्ष के सांसद और पूरा विपक्ष शामिल हुआ था। ये वहां का लोकतंत्र है। इस इवेंट में सत्ता और विपक्ष दोनों ने भारत के प्रतिनिधि को सम्मान दिया।

पूरी खबर यहां पढ़ें…

3. सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल के वॉशरूम में गिरे, LNJP अस्पताल में ऑक्सीजन सपोर्ट पर

जैन का ये फुटेज दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल से लोक नारायण जय प्रकाश अस्पताल (LNJP) शिफ्ट करने के दौरान का है।

जैन का ये फुटेज दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल से लोक नारायण जय प्रकाश अस्पताल (LNJP) शिफ्ट करने के दौरान का है।

दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल के वॉशरूम में फिसलकर गिर पड़े। उन्हें सुबह दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दोपहर करीब 12 बजे उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें LNJP में शिफ्ट किया गया। उन्हें फिलहाल ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।

एक हफ्ते में यह तीसरी बार जैन को अस्पताल लाया गया है। इससे पहले 22 मई को उन्हें दिल्ली के ही सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था। तब उन्हें रीढ़ में परेशानी आई थी। 20 मई को भी वह इसी परेशानी के चलते दीन दयाल अस्पताल लाए गए थे।

पूरी खबर यहां पढ़ें…

4. कूनो में चीते के 2 और बच्चों की मौत, दो महीने में 6 चीतों की मौत हो चुकी; अब 18 बचे

MP के कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता ज्वाला के 2 और शावकों की मौत हो गई। इससे पहले मंगलवार को एक शावक की मौत हुई थी। चीता ज्वाला ने 27 मार्च को चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से अब एक ही बचा है। कूनो में दो महीने में 6 चीतों की मौत हो चुकी है।

नामीबिया से 20 चीते भारत लाए गए थे। एक मादा चीता ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया था। पहले 3 चीतों और फिर एक-एक कर 3 चीता शावकों की मौत हो गई। अब कूनो में केवल 18 चीते ही रह गए हैं।

पूरी खबर यहां पढ़ें…

5. चीन में कोरोना की नई लहर, जून में हर हफ्ते 6 करोड़ से ज्यादा केस आ सकते हैं

यह फुटेज कोरोना फैलने के बाद चीन के अस्पतालों में हो रही टेस्टिंग और मरीजों के इलाज की है। (फाइल फुटेज)

यह फुटेज कोरोना फैलने के बाद चीन के अस्पतालों में हो रही टेस्टिंग और मरीजों के इलाज की है। (फाइल फुटेज)

चीन में फिर कोरोना की नई लहर आ गई है। कोरोना के XBB वैरिएंट से बचने के लिए चीन तेजी से वैक्सीन बनाने में जुट गया है। नई लहर के चलते जून के अंत तक हर हफ्ते 6 करोड़ से ज्यादा मामले आ सकते हैं। ये दावा चीन के टॉप रेस्पिरेटरी एक्‍सपर्ट झोंग नानशान ने किया है।

उन्होंने बताया कि इस वैरिएंट से निपटने के लिए चीन 2 नई वैक्सीन पर काम कर रहा है। यह वायरस ओमिक्रॉन का ही एक वैरिएंट है। मई के अंत तक चीन में इस वैरिएंट की वजह से हर हफ्ते करीब 4 करोड़ केस आएंगे। इसके बाद जून में केस पीक पर होंगे।

पूरी खबर यहां पढ़ें…

आज का कार्टून BY मंसूर नकवी…

कुछ अहम खबरें हेडलाइन में…

  1. हैदराबाद में SUV ने पार्किंग में बच्ची को कुचला: मां ने 3 साल की बेटी को सुला दिया, 6 साल के बेटे के साथ काम ढूंढने निकली थी (पढ़ें पूरी खबर)
  2. बजरंग पूनिया बोले- सिर झुका और काट भी सकते: विनेश ने कहा- बृजभूषण दरिंदा, महिलाओं को नोच-नोच कर खा रहा (पढ़ें पूरी खबर)
  3. दिलीप कुमार का इंटरव्यू लेने पहुंचे सुनील दत्त बने हीरो: नरगिस के लिए आग में कूदे, कर्जे से बिक गईं कारें, घर रखा था गिरवी (पढ़ें पूरी खबर)
  4. PM ने देहरादून-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी: प्रधानमंत्री बोले- अब देश वंदे भारत की स्पीड से आगे बढ़ रहा (पढ़ें पूरी खबर)
  5. केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ पवार से मिले केजरीवाल: बोले- सभी मिलकर राज्यसभा में बिल गिरा सकते हैं; राहुल-खड़गे से भी मिलेंगे (पढ़ें पूरी खबर)

खबर लेकिन हटके…

पहली बार मंगल ग्रह से पृथ्वी पर आया सिग्नल, साइंटिस्ट्स ने इसे डीकोड करने के लिए मदद मांगी

धरती पर मौजूद चार ट्रांसमीटर पर ये सिग्नल रिसीव हुए। (फाइल वीडियो)

धरती पर मौजूद चार ट्रांसमीटर पर ये सिग्नल रिसीव हुए। (फाइल वीडियो)

पहली बार मंगल ग्रह से पृथ्वी पर सिग्नल भेजा गया है। ये सिग्नल किसी एलियन ने नहीं बल्कि यूरोपियन स्पेस एजेंसी के एक्सोमार्स ट्रेस गैस ऑर्बिटर ने भेजा है। सिग्नल 24 मई की रात 9 बजे भेजा गया, जो 16 मिनट बाद पृथ्वी पर रिसीव हुआ। ये एक्सपेरिमेंट ‘ए साइन इन स्पेस’ प्रोजेक्ट के तहत किया गया। इस प्रोजेक्ट का मकसद है कि अगर किसी दूसरे ग्रह से हमारी धरती पर कोई सिग्नल भेजा जाएगा तो उसे हम रिसीव कर पाएंगे या नहीं। सिग्नल आने के बाद साइंटिस्ट्स ने इसे डीकोड करने के लिए लोगों से मदद मांगी। उनका कहना है कि डिकोडिंग से पता चलेगा कि आखिर सिग्नल में क्या लिखा है। पढ़ें पूरी खबर…

खबरें जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं…

आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप…

मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें…


Source link